Pali News – हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए देश में ऑटोमोबाइल्स के विंटेज और क्लासिक कलेक्शन को प्रदर्शित करने के लिए 17…

Pali News - rajasthan news contemporary cameras of 24 renowned brand cars between 1930 80 including pali in the grand heritage drive route of vintage cars

 

हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए देश में ऑटोमोबाइल्स के विंटेज और क्लासिक कलेक्शन को प्रदर्शित करने के लिए 17 फरवरी को अहमदाबाद से शुरू हुई ग्रैंड हेरिटेज ड्राइव 2019 बुधवार को पाली जिले के खिंवाड़ा गांव पहुंची। इसके बाद विंटेज और क्लासिक कारों का यह काफिला आऊवा, मारवाड़ जंक्शन, जाडन व सरदार समंद होते हुए देर शाम लूणी रवाना हो गया। इन पुरानी कारों के काफिले को देख कर लोग रोमांचित हो गए। 

हेरिटेज स्थलों से गुजरा काफिला, कल जयपुर में होगा समापन 

विंटेज कारों की पांच दिवसीय यह रैली 1200 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर 22 फरवरी को जयपुर में संपन्न होगी। इसमें डूंगरपुर, जयपुर और उदयपुर राजघराने के कुछ रॉयल्टी भी भाग ले रहे हैं। देश के विभिन्न हिस्सों के प्रसिद्ध उद्योगपति, आर्किटेक्ट और डॉक्टर जैसे 60 से अधिक प्रख्यात व्यक्ति भी शरीक हैं। अहमदाबाद से शुरू हुई यह रैली डूंगरपुर, उदयपुर, देवगढ़, खिंवाड़ा, आऊवा, मारवाड़ जंक्शन, सरदार समंद होते हुए बुधवार देर शाम लूनी पहुंची। गुरुवार सुबह यह काफिला जोधपुर से खींवसर होते हुए 22 को जयपुर के सामोद पहुंचेगा, जहां उसका समापन होगा। 

क्लासिक कारों का काफिला आऊवा, मारवाड़, जाडन व सरदार समंद होते हुए देर शाम लूणी हुआ रवाना 

खिंवाड़ा में पुष्पवर्षा से स्वागत किया 

काफिले में 1930 से 1980 मॉडल की 24 कारें 

यूनेस्को की साझेदारी में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में शेवरलेट 1933, फोर्ड 1938, वोक्सहॉली 1946, बिक सुपर 1947,ओल्ड स्मोबाइल 1948,कैडिलैक 1950, डोज कार्नोट 1955, प्लाई माउथ शेवॉय 1956, वोक्सबॉल 1962, मोरिस ट्रेवलर 1967, वीडब्ल्यू बीटल 1967, अल्फा रोमिया स्पाइडर 1984, मर्सिडीज 1985, एमजी, जगुआर, फोर्ड, ब्यूक, मॉरिस, ऑस्टिन, अल्फा-रोमियो और वोक्सवैगन जैसे 1930 से 1980 के दशक के स्टार आकर्षण है। 

हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए ड्राइव का आयोजन 

फेडरेशन ऑफ हिस्टॉरिक व्हीकल्स ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रवि प्रकाश ने बताया कि अहमदाबाद को देश का पहला हेरिटेज सिटी चुना है, जहां से हेरिटेज ड्राइव शुरू हुई। संस्था के साथ पंजीकृत 2000 से अधिक पुरानी कारों में से ड्राइव में 1930 से 1980 के दशक की विंटेज कारें शामिल हैं। हेरिटेज टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न धरोहर स्थलों पर काफिला जा रहा है। 

बुधवार को खिंवाड़ा में विंटेज कारों का काफिला पहुंचा। खिंवाड़ा के प्रवेश द्वार से लेकर बस स्टैंड व मुख्य बाजार होते हुए खिंवाड़ा महल पहुंची। यहां रावला परिवार के गजराज सिंह, कुलदीपक सिंह, हर्षवर्धन सिंह, श्रीपाल वैष्णव, प्रवीण मालवीय व किशनसिंह ने पुष्पवर्षा से रैैली का स्वागत किया। फोटो | निर्मल आचार्य 

…और प्रदेश में 

डूंगरपुर राजपरिवार में 26 विंटेज कारों का कलेक्शन 

डूंगरपुर राजपरिवार के पास भी 26 विंटेज कारों का शानदार कलेक्शन है। उदय पैलेस के एक हिस्से में इनके लिए अलग से गैराज भी बनाया गया है। राजपरिवार के कुंवर हर्षवर्धनसिंह ने यह कलेक्शन तैयार किया है। यहां पर छह विशेष कारें भी हैं। इनमें वर्ष 1947 में बनी कैलीपर कार भी शामिल है। इसके अलावा 1936 में बनी स्टाई डेमलर भी यहां है, जो पूरे विश्व में केवल छह ही थीं। 

 

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